Tilkut Chauth 2025: आज मनाया जायेगा सकट चौथ व्रत, जानें इसके पूजा विधि और नियम!

Tilkut Chauth 2025: सकट व्रत कोई सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक रखता है तो वहीं कई महिलाएं इस व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद करती हैं। ये व्रत माघ कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को पड़ता है। इस साल ये तिथि 17 जनवरी को पड़ी है। इस दिन माताएं शुभ मुहूर्त में गणेश जी की विधि विधान पूजा करती हैं, तो चलिए इसके बारे में पूरी जानकारी जानते हैं। 

सकट चौथ व्रत की सही तारीख और शुभ मुहूर्त 

हिन्दू पंचांग के मुताबिक, सकट चौथ का व्रत हर साल माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन मनाया जाता है। इस साल यानी 2025 में सकट चौथ का व्रत 17 जनवरी को मनाया जाएगा। सकट चौथ व्रत का शुभ मुहूर्त निम्नलिखित है।  

  • लाभ मुहूर्त: सुबह 8:34 से 9:53 तक
  • अमृत मुहूर्त: सुबह 9:53 से 11:12 तक

सकट चौथ व्रत की पूजा विधि 

सकट चौथ व्रत के पूजा करने की विधि निम्नलिखित है।  

  • सकट चौथ व्रत की सुबह स्नान कर गणेश भगवान की प्रतिमा के समक्ष घी का दीपक जलाएं और पूरी श्रद्धा से ये व्रत रखने का संकल्प लें।
  • ये व्रत निर्जला रखा जाता है यानी कि इस व्रत में पूरे दिन कुछ भी खाया पिया नहीं जाता है।
  • फिर शाम में शुभ मुहूर्त में गणेश भगवान की पूजा की जाती है और इस दौरान सकट चौथ की कथा भी सुनी जाती है।
  • इस दिन गणपति बप्पा को तिल के लड्डुओं का भोग जरूर लगाया जाता है।
  • फिर रात में चांद निकलने के बाद दूध से चांद को अर्घ्य दिया जाता है।
  • इसके बाद व्रत का पारण कर लिया जाता है।
  • कुछ महिलाएं व्रत की रात में ही अन्न ग्रहण कर लेती हैं तो वहीं कई महिलाएं अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत खोलती हैं।
  • हालांकि व्रत की रात में फलाहारी भोजन ग्रहण किया जा सकता है।

सकट चौथ व्रत का महत्व

सकट चौथ का व्रत भगवान गणेश और माता संकटा को समर्पित है। इस व्रत में मताएं अपने बच्‍चों की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है। इसके साथ ही उनके कुशल मंगल की कामना करती हैं। वैसे तो कुछ जगहों पर यह चौथ कुछ महिलाएं अपनी पति और संतान दोनों के लिए रखती हैं। इस व्रत में तिल से बने बकरे की बली दी जाती है और शकरकंद खाया जाता है।

सकट चौथ व्रत के नियम 

सकट चौथ व्रत करने के मुख्य नियम निम्नलिखित है।

  • सकट चौथ के दिन भगवान श्री गणेश को हरे रंग का कपड़ा पहनाना चाहिए।
  • इसके बाद भगवान गणेश को तिलकुट का भोग लगाना गलती से भी न भूलें।
  • इस दिन तिल से बनी चीजों, तिल के लड्डू या तिल से बनी मिठाई का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है।
  • सकट चौथ के दिन चंद्रमा को जल अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण करना चाहिए।

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